कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ इसलिए सावधानी हटी, दुर्घटना घटी

भारत में कोरोना संक्रमण के कहर को झेल रही जिन्दगी बड़े कठोर दौर के बाद अब सामान्य होने की कगार पर दिखाई दे रही है। वैज्ञानिकों की नेशनल सुपर मॉडल समिति ने दावा किया है कि देश में कोरोना का चरम सितम्बर में ही आ चुका था और फरवरी 2021 में कोरोना का वायरस फ्लैट हो जाएगा। इस समिति में आईआईटी हैदराबाद और आईआईटी कानपुर समेत कई नामी इंस्टीट्यूट्स के विशेषज्ञ शामिल हैं। जाता हुआ यह महासंकट कम्युनिटी ट्रांसमिशन का रंग भी दिखा रहा है, इस बात को केंद्र सरकार ने अंततः आंशिक रूप से स्वीकार कर लिया। सरकार का कहना है कि पूरे देश में नहीं, पर कुछ जिलों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में इसका संक्रमण फिर फैल सकता है। इसलिये वास्तविक सावधानी, सर्तकता, सामाजिक दूरी, मास्क, उपचार आदि पर विशेष ध्यान देने की जरूरत अब पहले से ज्यादा है। सावधानी हटी, दुर्घटना घटी, वाली स्थिति गंभीर संकट का सबब बन सकती है। कोरोना का डर, खतरा भले ही थोड़ा कम हुआ है, लेकिन उसका फैलाव इतना बढ़ गया है कि ज्यादातर मामलों में स्रोत का पता लगाना अब आसान नहीं। अब कोई अगर यह माने कि संक्रमण केवल बाहर से आने वालों को या बाहर से आने वालों के कारण हो रहा है, तो शायद स्वीकार करने में दिक्कत आएगी। कोरोना से संघर्ष की स्थितियां अब ज्यादा जटिल प्रतीत हो रही हैं भले ही अब महासंकट का अंत निकट दिखाई दे रहा है।